यह ख़बर 11 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

बीसीसीआई जीती, यूडीआरएस की अनिवार्यता खत्म

खास बातें

  • अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अम्पायर डिसीजन रिव्यू सिस्टम (यूडीआरएस) के उपयोग की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है।
दुबई:

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अम्पायर डिसीजन रिब्यू सिस्टम (यूडीआरएस) के उपयोग की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। आईसीसी ने मंगलवार को कहा कि आपसी श्रृंखला खेलने वाले बोर्ड इस सम्बंध में अंतिम फैसला ले सकते हैं। इसे बीसीसीआई की जीत माना जा रहा है, जो शुरुआत से ही डीआरएस के खिलाफ है। सोमवार को आयोजित आईसीसी की कार्यकारिणी की बैठक में इस सम्बंध में फैसला लिया गया। इस बैठक में 2015 विश्व कप के दौरान उपयोग में लाई जाने वाली नई क्वालीफिकेशन प्रणाली की भी घोषणा की गई। डीआरएस को लेकर आईसीसी ने हांगकांग में आयोजित अपनी वार्षिक बैठक के दौरान लिए गए फैसलों पर पुनर्विचार किया और पाया कि जहां तक तकनीक के उपयोग की बात है तो श्रृंखला में शामिल बोर्ड इसके उपयोग को लेकर अंतिम फैसला ले सकते हैं। जून में आयोजित बैठक में आईसीसी ने हॉट स्पॉट के उपयोग को अनिवार्य कर दिया था जबकि बॉल ट्रैकिंग प्रणाली के उपयोग को सम्बंधित बोर्डो के विवेक पर छोड़ दिया गया था। आईसीसी ने हालांकि साफ किया कि उसके बैनर तले आयोजित होने वाले टूर्नामेंटों में डीआरएस का उपयोग होता रहेगा। साथ ही साथ आईसीसी ने यह भी कहा कि वह इस तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ इसके उपयोग में मदद पहुंचाने के अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहेगी। इस सम्बंध में आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोगार्ट ने कहा, "हम जानते हैं कि डीआरएस से पांच फीसदी फैसलों को सुधारा जा सकता है लेकिन कुछ देश इसमें उपयोग में लाई जाने वाली तकनीक की गुणवत्ता को लेकर आश्वस्त नहीं हैं।" "हम डीआरएस के विकास के लिए काम करते रहेंगे। हमारा प्रयास इसमें सुधार लाना होगा और इस दौरान आपस में खेलने वाले देश यह फैसला ले सकते हैं कि उन्हें इस तकनीक का उपयोग करना है या नहीं। जहां तक आईसीसी द्वारा आयोजित टूर्नामेंटों की बात है तो उनमें डीआरएस का उपयोग हमेशा की तरह होता रहेगा।"


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