स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभक्ति के 10 सदाबहार गीत
Updated: 15 अगस्त, 2015 09:25 AM
पेश हैं दिल में देशभक्ति की भावना जगाने वाले 10 गीत
भारतीय सिनेमा ने अपने गीतों और फिल्मों के जरिए हमेशा देशभक्ति की भावना को आवाज दी है। हम सभी को लता मंगेशकर का 'ऐ मेरे वतन के लोगों' याद है और शायद ही कोई हो जिसकी आंखें यह गीत सुनकर नम न हुई हों। इसकी इसी लोकप्रियता को देखते हुए हमने इस गीत को इस सूची में नहीं रखा है। हम आपके लिए लाए हैं कुछ ऐसे गीत जो देश, इसकी खूबसूरती, इसके लिए लड़ने वालों सैनिकों, शहीदों और इसकी विविधता में एकता की भावना का गुणगान करते हैं।
कर चले हम फिदा: धर्मेंद्र और प्रिया राजवंश की फिल्म हकीकत (1964) का यह गाना भारत-चीन युद्ध के दौरान हमारे सैनिकों की शहादत, बहादुरी और दर्द को याद करता है।
मां तुझे सलाम: ए आर रहमान के इस गीत ने नई पीढ़ी को नया एंथेम दिया।
ऐ वतन ऐ वतन: फिल्म शहीद (1965) भगत सिंह के जीवन पर आधारित है। मनोज कुमार की इस फिल्म का यह गाना वर्षों बाद भी लोकप्रिय है।
मेरे देश की धरती: मनोज कुमार की फिल्म उपकार (1967) का यह गीत देश की राष्ट्रीय अस्मिता का हिस्सा बन गया। इस गीत ने लाल बहादुर शास्त्री के 'जय जवान, जय किसान' के नारे को लोगों के दिलों तक पहुंचाया।
मेरा रंग दे बसंती चोला: अजय देवगन की फिल्म द लीजेंड ऑफ भगत सिंह(2002) का यह गाना इस गीत के कई अवतारों में से एक है।
ऐ मेरे प्यारे वतन: फिल्म काबुलीवाला (1961) का यह गीत देश के लिए प्यार और अपनों से दूरी के दर्द को बेहद शानदार तरीके से पेश करता है।
वंदे मातरम: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास आनंदमठ का यह गीत वर्षों से भारतीयों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाता रहा है।
ये देश है वीर जवानों का: फिल्म नया दौर (1957) का यह गाना बेहद जोशीला है और आज भी देशभक्ति के मौके पर ही नहीं अधिकतर शादियों में भी बजता है।
यहां डाल-डाल पर सोने की: साल 1965 की फिल्म सिकंदर-ए-आजम का यह गीत भारत के गौवरपूर्ण इतिहास की याद दिलाता है।