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कोरोना वैक्सीन कितने साल कारगर होगी, अलग-अलग टीकों का कैसे होगा असर, टीकाकरण के पहले जानिए अहम बातें...
- Saturday January 16, 2021
- Written by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
भारत में ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड (Covishield) और स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) का टीका लगेगा ब्रिटेन में फाइजर, मॉडर्ना (Moderna) और कोविशील्ड वैक्सीन लग रही है. अमेरिका में फाइजर (Pfizer) और मॉडर्ना का टीका लगाया जा रहा है.
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ndtv.in
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कितने साल तक कारगर रहेगी कोरोना वैक्सीन, अलग-अलग टीकों का क्या होगा असर - जानें सभी सवालों के जवाब
- Saturday January 16, 2021
- Reported by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
क्या कुछ वर्षों बाद कोविड वैक्सीन फिर लगवाने की जरूरत पड़ेगी. तमाम देशों में अलग-अलग लोगों को अलग-अलग वैक्सीन लगने से पूरी दुनिया से कोरोना को खत्म करने की कवायद पर क्या असर पड़ेगा, ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब हमने विशेषज्ञों के जरिए आपके सामने रखे हैं. भारत में ऑक्सफोर्ड की 'कोविशील्ड' और स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' का टीका लगेगा. ब्रिटेन में फाइजर, मॉडर्ना और कोविशील्ड वैक्सीन लग रही है. अमेरिका में फाइजर और मॉडर्ना का टीका लगाया जा रहा है.
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ndtv.in
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सरकार ने दो कोरोना वैक्सीन को दी मंजूरी, उनमें से एक की प्रभाविकता का कोई डाटा नहीं
- Sunday January 3, 2021
- Reported by: विष्णु सोम, Edited by: नवीन कुमार
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला ने कहा, '' फाइजर, मॉडर्न और एस्ट्रा-ज़ेनेका-ऑक्सफोर्ड - ये केवल तीन टीके हैं जो उपयोगी साबित हुए हैं, बाकी सब कुछ सुरक्षित साबित हुआ है - जैसे पानी सुरक्षित है. लेकिन प्रभावकारिता - यह जानने के लिए कि टीके कितनी अच्छी तरह काम करता है - 70%, 90%, 80% - केवल इन तीन टीकों में साबित हुआ है. ''
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कोवैक्सीन के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के लिए 26 हजार वॉलेंटियर जुटाने की राह पर भारत बायोटेक
- Saturday January 2, 2021
- Reported by: भाषा
भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के पास अपने संबंधित टीकों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिये आवेदन किया था.
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कोविड टीकों के आपात इस्तेमाल की अनुमति के मुद्दे पर विशेषज्ञ समिति एक जनवरी को फिर करेगी बैठक
- Thursday December 31, 2020
- Reported by: भाषा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि समिति ने टीकों के आपात इस्तेमाल की अनुमति देने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, फाइजर और भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के आग्रह पर विचार करने के लिए बुधवार दोपहर बाद बैठक की.
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सीरम इंस्टीट्यूट, भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की फिलहाल मंजूरी नहीं
- Wednesday December 9, 2020
- NDTV.com
दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता, पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन कोविशील्ड की मंजूरी के लिए 6 दिसंबर को आवेदन किया था, दूसरी ओर, मशहूर फार्मा कंपनी फाइजर ने ब्रिटेन और बहरीन में क्लीयरेंस हासिल करने के लिए भारत में मंजूरी की मांग की थी. इसी क्रम में सोमवार को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक अपनी कोरोना वैक्सीन Covaxin के आपात उपयोग में मंजूरी के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के समक्ष आवेदन करने वाली तीसरी वैक्सीन निर्माता कंपनी बनी थी.
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कोरोना वैक्सीन कितने साल कारगर होगी, अलग-अलग टीकों का कैसे होगा असर, टीकाकरण के पहले जानिए अहम बातें...
- Saturday January 16, 2021
- Written by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
भारत में ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड (Covishield) और स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) का टीका लगेगा ब्रिटेन में फाइजर, मॉडर्ना (Moderna) और कोविशील्ड वैक्सीन लग रही है. अमेरिका में फाइजर (Pfizer) और मॉडर्ना का टीका लगाया जा रहा है.
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कितने साल तक कारगर रहेगी कोरोना वैक्सीन, अलग-अलग टीकों का क्या होगा असर - जानें सभी सवालों के जवाब
- Saturday January 16, 2021
- Reported by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
क्या कुछ वर्षों बाद कोविड वैक्सीन फिर लगवाने की जरूरत पड़ेगी. तमाम देशों में अलग-अलग लोगों को अलग-अलग वैक्सीन लगने से पूरी दुनिया से कोरोना को खत्म करने की कवायद पर क्या असर पड़ेगा, ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब हमने विशेषज्ञों के जरिए आपके सामने रखे हैं. भारत में ऑक्सफोर्ड की 'कोविशील्ड' और स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' का टीका लगेगा. ब्रिटेन में फाइजर, मॉडर्ना और कोविशील्ड वैक्सीन लग रही है. अमेरिका में फाइजर और मॉडर्ना का टीका लगाया जा रहा है.
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- Sunday January 3, 2021
- Reported by: विष्णु सोम, Edited by: नवीन कुमार
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला ने कहा, '' फाइजर, मॉडर्न और एस्ट्रा-ज़ेनेका-ऑक्सफोर्ड - ये केवल तीन टीके हैं जो उपयोगी साबित हुए हैं, बाकी सब कुछ सुरक्षित साबित हुआ है - जैसे पानी सुरक्षित है. लेकिन प्रभावकारिता - यह जानने के लिए कि टीके कितनी अच्छी तरह काम करता है - 70%, 90%, 80% - केवल इन तीन टीकों में साबित हुआ है. ''
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- Saturday January 2, 2021
- Reported by: भाषा
भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के पास अपने संबंधित टीकों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिये आवेदन किया था.
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- Thursday December 31, 2020
- Reported by: भाषा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि समिति ने टीकों के आपात इस्तेमाल की अनुमति देने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, फाइजर और भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के आग्रह पर विचार करने के लिए बुधवार दोपहर बाद बैठक की.
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- Wednesday December 9, 2020
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