India | शनिवार जनवरी 15, 2011 08:42 PM IST जिंदगी खुद में इतनी बड़ी पहेली है कि बड़े-बड़े विचारकों ने अपने-अपने तरीके से इसे सुलझाने की कोशिश की है, लेकिन ऐसे जटिल विषय पर 10 साल की नन्ही लेखिका क्या सोचती है और कैसे इन पहेलियों को पॉजिटिव तरीके से सुलझाती है, यह जानना वाकई दिलचस्प हो सकता है...