'Akhilesh Shivpal Rift'

- 6 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Uttar Pradesh | Reported by: भाषा |रविवार अगस्त 16, 2020 01:27 PM IST
    शिवपाल ने इटावा में संवाददाताओं से कहा, "देखिये हम चाहते हैं कि सभी समाजवादी फिर से एक हो जाएं. इसके लिए हमने तो पूरा त्याग करने के लिए कह ही दिया है."
  • Uttar Pradesh | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शनिवार अप्रैल 1, 2017 08:24 PM IST
    समाजवादी पार्टी में जारी संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है. चुनाव में मिली करारी हार के बाद यह झगड़ा और भी बढ़ता जा रहा है. अखिलेश और उनके चाचा शिवपाल तथा पिता मुलायम सिंह के बीच तल्खी जारी है. यूपी चुनाव के बाद मुलायम सिंह ने पहली बार अखिलेश पर करारा वार किया है. उन्होंने अखिलेश पर खुद को और अपने भाई शिवपाल यादव को अपमानित करने का आरोप अखिलेश पर लगाया. सपा संस्थापक ने कहा कि उन्हें जितना अखिलेश ने अपमानित किया, उतना किसी ने भी नहीं किया.
  • Blogs | रवीश कुमार |सोमवार अक्टूबर 24, 2016 12:37 PM IST
    राजनेता वह होता है जो अपनी स्वायत्तता का घेरा लगातार बड़ा करता चलता है. जो अपनी स्वायत्तता के लिए लड़ता है, वही राजनेता बनता है. अखिलेश यादव अपने इसी घेरे के विस्तार की लड़ाई लड़ रहे हैं. वे यह लड़ाई नहीं लड़ेंगे तो उनकी राजनीतिक यात्रा धीमी पड़ जाएगी. मैं राजनेताओं के संदर्भ में ख़त्म शब्द का इस्तमाल नहीं करता. समाजवादी पार्टी में जो हो रहा है, उसे सिर्फ घटनाक्रम और किरदारों के आने जाने की निगाह से आप नहीं देख सकते.
  • India | Reported by: कमाल खान, Edited by: कल्पना |शनिवार अक्टूबर 22, 2016 04:20 PM IST
    मुलायम सिंह ने एमएलसी उदयवीर को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है. शुक्रवार को ही खबर आई थी अखिलेश के करीबी माने जेने वाले उदयवीर सिंह ने मुलायम को चिट्ठी लिखकर अखिलेश और मुलायम के बीच मतभेदों के पीछे अखिलेश की सौतेली मां साधना गुप्ता को ज़िम्मेदार ठहराया था.
  • Blogs | रतन मणिलाल |शुक्रवार अक्टूबर 7, 2016 06:59 PM IST
    आखिरकार अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी में अपनी जगह बता ही दी गयी है. उनके चाहने या न चाहने से कुछ नहीं होता, पार्टी वैसे ही चलेगी जैसे उनके पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव चाहते हैं. अखिलेश यादव मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाले रहें यही उनके लिए काफी है, उनकी पसंद-नापसंद या समर्थकों के लिए भी पार्टी में कोई जगह है नहीं.
  • Blogs | रतन मणिलाल |मंगलवार अगस्त 16, 2016 04:07 PM IST
    यह भी संभव है कि कुछ भी न हो, और मुलायम एक बार फिर पूरे समाजवादी कुनबे को एक साथ रहने के लिए मना लें, और सार्वजनिक रूप से अखिलेश शिवपाल का आशीर्वाद लेकर चुनाव के लिए साथ-साथ काम करने का वचन दें.
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