Literature | Edited by: शिखा शर्मा |गुरुवार मार्च 23, 2017 10:17 AM IST अमीश त्रिपाठी का मानना है कि सीता कोई सिर झुकाकर आदेश पालन करने वाली पत्नी नहीं थी जैसा कि टीवी धारावाहिकों और लोकप्रिय साहित्यों में उन्हें अक्सर चित्रित किया गया है बल्कि वह एक योद्धा थीं. ‘शिव रचना त्रय’ के लेखक त्रिपाठी इसके बजाय सीता को एक योद्धा राजकुमारी के तौर पर देखते हैं जो गोद ली हुई एक बेटी के दर्जे से एक योद्धा राजकुमारी और आखिरकार देवी बनने तक कई चुनौतियों का सामना करती हैं.