Blogs | क्रांति संभव |शनिवार मई 27, 2017 09:29 AM IST टेस्ट ड्राइव रिपोर्ट, फ़र्स्ट ड्राइव रिपोर्ट या ड्राइव का इंप्रेशन ऐसी चीज़ें हुआ करती थीं जिनका इंतज़ार होता था. कार और मोटरसाइकिल कंपनियां बहुत नहीं थी. लॉन्च बहुत नहीं हुआ करते थे. हम जैसे कई मोटरिंग पत्रकार गाड़ियों को चलाते थे, एक एक स्टोरी के लिए कई कई दिन शूट करते थे. फिर वक़्त लगाकर वीडियो एडिटिंग करते थे और तब आता था वीकेंड और हमारी स्टोरी चला करती थी.