India | Reported by: मनीष कुमार, Edited by: राहुल सिंह |मंगलवार फ़रवरी 18, 2020 12:15 PM IST नागरिकता संशोधन कानून (CAA), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) को लेकर बीते दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के बीच तल्खी बढ़ी, तो किशोर को JDU से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. JDU से निष्कासित होने के बाद प्रशांत किशोर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि वह नीतीश कुमार को पितातुल्य मानते हैं. नीतीश ने उन्हें बेटे की तरह रखा था. वह उनकी पार्टी में थे और उनके फैसले का सम्मान करते हैं और इसपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. किशोर ने मुख्यमंत्री से मतभेद पर कहा, 'नीतीश जी से मतभेद के दो कारण रहे हैं, एक- सैद्धांतिक, आप गोडसे को मानने वाले लोगों के साथ खड़े हैं. दूसरा- जदयू और नीतीश कुमार की गठबंधन में पोजिशन को लेकर.'