Blogs | प्रियदर्शन |बुधवार दिसम्बर 15, 2021 07:11 PM IST भारतीय क्रिकेट में यह रस्साकशी पुरानी है कि खिलाड़ी कब कप्तान बनाए जाएं और कब हटाए जाएं. क्या यह उनकी मर्ज़ी पर छोड़ा जाना चाहिए? या इसमें चयनकर्ताओं की मर्ज़ी चलनी चाहिए? बेशक, चयनकर्ताओं को भी अपना काम बिना किसी दबाव के करना चाहिए- कम से कम अभी जो चयन समिति है, वह पुरानी चयन-समितियों जैसी नहीं है- वह बिना दबाव के चल भी सकती है.