'Chandrayaan 2 launch'

- 34 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Zara Hatke | Written by: शालिनी सेंगर |सोमवार जुलाई 17, 2023 02:58 PM IST
    सोशल मीडिया पर इन दिनों चंद्रयान-3 छाया हुआ है, जिस पर यूजर्स तरह-तरह के पोस्ट और रिएक्शन के जरिये अपना प्यार लुटा रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, चंदा मामा, वी आर कमिंग. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ये किसी जादू से कम नहीं है.
  • India | Written by: अंजलि कर्मकार |शुक्रवार जुलाई 14, 2023 12:51 AM IST
    Chandrayaan 3 Launching: आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा सेंटर से शुक्रवार (14 जुलाई) दोपहर 2:35 बजे चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग होगी. इसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है. 615 करोड़ की लागत से तैयार हुआ ये मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग करेगा.
  • Chandrayaan | Written by: प्रेम त्रिपाठी |सोमवार जुलाई 10, 2023 08:02 PM IST
    Chandrayaan-3 : इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, 2019 में जब लैंडर ‘विक्रम’ ने चांद की सतह पर उतरना शुरू किया तो उसके वेग को धीमा करने के लिए डिजाइन किए गए इंजनों में उम्मीद से ज्‍यादा बल विकसित हो गया।
  • Science | Written by: Hemant Kumar |शनिवार जुलाई 8, 2023 08:29 PM IST
    इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने हाल ही में घोषणा करते हुए बताया कि उसने मिशन लॉन्च व्हीकल LVM-3 के इलेक्ट्रिकल टेस्ट पूरे कर लिए हैं।
  • Chandrayaan | Written by: आकाश आनंद |गुरुवार जुलाई 6, 2023 07:00 PM IST
    Chandrayaan-3 Date and Timing Confirm: यह लॉन्च अब 14 जुलाई को 2:35 pm पर होगा। ISRO ने बुधवार को कहा था कि चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च व्हीकल (LVM3) के साथ इंटीग्रेट किया गया है।
  • World | Reported by: भाषा |रविवार सितम्बर 8, 2019 08:52 PM IST
    पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री जेरी लेनिंगर ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 मिशन के तहत विक्रम लैंडर की चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने की भारत की ‘‘साहसिक कोशिश’’ से मिला अनुभव भविष्य के मिशन में सहायक होगा. लिनेंगर ने कहा, ‘हमें इससे हताश नहीं होना चाहिए. भारत कुछ ऐसा करने की कोशिश कर रहा है जो बहुत ही कठिन है. लैंडर से संपर्क टूटने से पहले सब कुछ योजना के तहत था.’
  • World | एनडीटीवी |रविवार सितम्बर 8, 2019 10:25 AM IST
    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक लैंडर ‘विक्रम’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की तरफ बढ़ रहा था और उसकी सतह को छूने से महज कुछ सेकंड ही दूर था तभी 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई रह जाने पर उसका जमीन से संपर्क टूट गया. करीब एक दशक पहले इस चंद्रयान-2 मिशन की परिकल्पना की गई थी और 978 करोड़ के इस अभियान के तहत चंद्रमा के अनछुए दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला भारत पहला देश होता.
  • India | भाषा |शनिवार सितम्बर 7, 2019 09:29 PM IST
    दुनिया भर की मीडिया ने शनिवार को यह टिप्पणी की. न्यूयॉर्क टाइम्स, द वॉशिंगटन पोस्ट, बीबीसी और द गार्डियन समेत अन्य कई प्रमुख विदेशी मीडिया संगठनों ने भारत के ऐतिहासिक चंद्रमा मिशन ‘चंद्रयान-2’ पर खबरें प्रकाशित और प्रसारित कीं. अमेरिकी पत्रिका ‘वायर्ड’ ने कहा कि चंद्रयान-2 कार्यक्रम भारत का अब तक का ‘सबसे महत्त्वकांक्षी’ अंतरिक्ष मिशन था. 
  • India | Edited by: प्रभात उपाध्याय |शनिवार सितम्बर 7, 2019 05:04 PM IST
    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने के अनुरोध के साथ समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "मिशन का सिर्फ पांच प्रतिशत -लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर- नुकसान हुआ है, जबकि बाकी 95 प्रतिशत -चंद्रयान-2 ऑर्बिटर- अभी भी चंद्रमा का सफलतापूर्वक चक्कर काट रहा है."
  • India | Reported by: NDTV.com, Translated by: ऋतुराज त्रिपाठी |शनिवार सितम्बर 7, 2019 02:40 PM IST
    chandrayaan: भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.
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