जनरल बिपिन रावत बने देश के पहले CDS, जानें उनके बारे में ये खास बातें
India | मंगलवार दिसम्बर 31, 2019 02:00 PM IST
जरनल बिपिन रावत, सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला, और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकसला के पूर्व छात्र हैं. उन्हें दिसंबर 1978 में भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से ग्यारह गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त किया गया था, जहां उन्हें 'स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर ’से सम्मानित किया गया था.
CDS बस एक ओहदा है वो अकेला काम नहीं कर सकता है : जनरल बिपिन रावत
India | मंगलवार दिसम्बर 31, 2019 10:39 AM IST
देश के पहले सीडीएस बनने जा रहे है जनरल बिपिन रावत को आज साउथ ब्लॉक में 'गॉर्ड ऑफ ऑनर' दिया गया है. थल सेना के प्रमुख के तौर आज वह रिटायर हो रहे हैं. गॉर्ड ऑफ ऑनर के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'जो सैनिक इस ठंड में देश की सेवा कर रहे हैं. मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं. मैं उनके परिवार को भी बधाई देना चाहता हूं जो उन्हें सेवा करने के लिए मदद करते हैं. मैं सभी को नववर्ष की शुभकामना देना चाहता हूं. मैं मनोज नरावणे को बधाई देना चाहता हूं और नए सेना प्रमुख के तौर भी उनको शुभकामनाएं. सभी के मदद से मैंने अपने कार्य को पूरा किया'. जनरल रावत ने आगे कहा, 'मैं आपको ये कहना चाहता हूं. CDS बस एक ओहदा है वो अकेला काम नहीं कर सकता है, टीम वर्क ही सफलता दिलाता है. बिपिन रावत सिर्फ एक नाम, इंडियन आर्मी सिर्फ एक टीम है. अकेला आदमी कोई काम नहीं कर सकता है'.
India | मंगलवार दिसम्बर 31, 2019 02:07 PM IST
जनरल बिपिन रावत देश के पहले CDS यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बन गए हैं. इस पद पर आते ही उनके पास तीनों सेनाओं को आदेश जारी करने का अधिकार मिल गया है. सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल के अलावा युद्ध के दौरान सिंगल प्वॉइंट आदेश देने का भी अधिकार होगा. मतलब ये है कि अब तीनों सेनाओं को एक ही आदेश जारी होगा. साथ ही उन्हें साइबर और स्पेस कमांड का भी जिम्मा दिया जाएगा.
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