India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार सितम्बर 24, 2018 02:03 PM IST दरअसल कमांडर अभिलाष वर्ल्ड गोल्डन ग्लोब रेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, जिसे दुनिया की सबसे कठिन रेस माना जाता है जिस वक़्त ये हादसा हुआ उस वक़्त वहां हवा की रफ़्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा थी जबकि समंदर में 10 मीटर तक की लहरे उठ रही थीं.