'Davos 2020'

- 7 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: विष्णु सोम, Translated by: तूलिका कुशवाहा |सोमवार जनवरी 25, 2021 12:39 PM IST
    ऑक्सफैम की रिपोर्ट में बताया गया है कि मार्च, 2020 के बाद से देश के 100 अरबपतियों ने जितनी संपत्ति बनाई है, उससे देश के 13.8 करोड़ लोगों को 94,045 रुपए का चेक दिया जा सकता है. 
  • India | Edited by: राहुल सिंह |शुक्रवार जनवरी 24, 2020 07:39 AM IST
    शशि थरूर ने ट्वीट किया, 'हां सद्गुरु, और कोई भी उस जगह निवेश नहीं करना चाहेगा, जहां की सरकार धर्म के आधार पर लोगों को सामाजिक तौर पर बांटने का प्रचार करती हो. वहां भी नहीं, जहां यूपी पुलिस लोगों के साथ बर्बरता करती हो, उन्हें जेल में रखती हो और जान से भी मार डालती हो. सिर्फ बसें ही नहीं.'
  • World | Edited by: राहुल सिंह |गुरुवार जनवरी 23, 2020 09:21 AM IST
    डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन जानता है कि मेरा उनसे (चीन) काफी समय से विवाद चल रहा है क्योंकि हमारे देश के साथ ठीक व्यवहार नहीं किया गया. चीन को विकासशील राष्ट्र के रूप में देखा जाता है, भारत को विकासशील राष्ट्र के रूप में देखा जाता है लेकिन हमें विकासशील राष्ट्र के रूप में नहीं देखा जाता है.'
  • World | Reported by: विष्णु सोम, Edited by: राहुल सिंह |गुरुवार जनवरी 23, 2020 11:01 AM IST
    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath), कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) समेत कुछ दिग्गज कारोबारी, फिल्मी हस्तियां और ईशा फाउंडेशन के अध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru) भी इस कार्यक्रम का हिस्सा हैं. सद्गुरु ने NDTV के साथ खास बातचीत में नागरिकता कानून (CAA) को लेकर भारत में हो रहे विरोध पर कहा, 'कोई भी उस जगह पर निवेश नहीं करेगा, जहां की सड़कों पर बसें जल रही हों.'
  • Career | Written by: सुबोध आनंद गार्ग्य |मंगलवार जनवरी 21, 2020 03:35 PM IST
    स्विट्जरलैंड स्थित विश्व आर्थिक मंच जो कि एक गैर सरकारी संगठन है, दुनिया भर में कारोबार, राजनीति, अकादमिक के क्षेत्र में काम करता है. वैश्विक, क्षेत्रीय और औद्योगिक लक्ष्यों को तय करने में विश्व आर्थकि मंच की बड़ी भूमिका रहती है. यह मंच हर साल जनवरी के अंत में दावोस (स्विट्जरलैंड) में सालाना मीटिंग का आयोजन करता है.इस मीटिंग में दुनिया भर से कारोबार, राजनीति, आर्थिक जगत के हजारों नेता हिस्सा लेते हैं और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं.
  • Lifestyle | Written by: रेणु चौहान |मंगलवार जनवरी 21, 2020 02:57 PM IST
    स्विट्ज़रलैंड की ठंडी वादियों में ही 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' से लेकर 'जब तक है जान' जैसी रोमांटिक फिल्मों का शूट हुआ.
  • India | Written by: मानस मिश्रा |मंगलवार जनवरी 21, 2020 12:05 PM IST
    अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा है कि अर्थव्यवस्था की जीडीपी में अगर भारतीय अर्थव्यवस्था की भागीदारी की बात करें तो ये काफ़ी अहम है. अगर भारतीय जीडीपी में गिरावट आती है तो इसका असर पूरी दुनिया के आर्थिक विकास पर भी पड़ेगा. इसलिए हमनें ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान को भी 0.1 फीसदी कम किया है. जिसका अधिकांश हिस्सा भारत के ग्रोथ रेट में कमी की वजह से है. उन्होंने कहा कि साल 2020 में भारत की विकास दर का अनुमान 4.8% कर दिया है. ये तीन महीने में 1.3% की कटौती है. यही नहीं, आइएमएफ़ ने अगले तीन साल के लिए भारत की विकास दर में कटौती कर दी है. ये भी कहा जा रहा है कि दुनिया भर में जो आर्थिक सुस्ती के आंकड़े हैं, उनमें सबसे बड़ा हिस्सा भारत का है. NDTV से खास बातचीत में उन्होंने एक अहम बात कही है. उन्होंने कहा कि कई देशों में सामाजिक उथल पुथल का असर भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में पड़ रहा है और भारत में चल रहे इस समय CAA और एनआरसी के खिलाफ आंदोलन पर इसका कितना असर हो रहा है इस पर किए गए सवाल पर भी उन्होंने जवाब दिया.
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