India | Edited by: चंदन वत्स |मंगलवार मई 31, 2022 12:07 PM IST एसोसिएशन के अनुसार, डीलर मार्जिन को हर छह महीने में संशोधित किया जाना है, लेकिन ईंधन की कीमतों और परिचालन लागत में भारी वृद्धि के बावजूद ओएमसी ने 2017 के बाद से ऐसा नहीं किया है. केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती के माध्यम से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी ने पेट्रोल पंपों पर बोझ डाला है, जिससे और नुकसान हुआ है.