Delhi | Reported by: शरद शर्मा, Edited by: नितेश श्रीवास्तव |मंगलवार जून 23, 2020 05:24 AM IST अगर मरीज में हल्के लक्षण हैं या लक्षण नहीं है. तो उसको कोविड-19 सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा और यह आंकलन किया जाएगा कि व्यक्ति का घर होम आइसोलेशन के लिए ठीक है या नहीं. जांच के दौरान अगर डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस की टीम घर का भी दौरा करेगी, यदि घर में मरीज के लिए अलग कमरा और अलग टॉयलेट है या नहीं. होम आइसोलेशन वाले मरीज को एक एक फ़ोन नंबर दिया जाएगा और साथ में एक कैट्स एंबुलेंस की डिटेल भी दी जाएंगी. ताकि अगर मरीज को जरूरत पड़े तो वह अस्पताल शिफ्ट किया जा सके. इसके अलावा SOP में कई बिंदु हैं जिनका पालन करना जरूरी है.