India | Reported by: कमाल खान, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार जनवरी 1, 2020 12:05 PM IST आईआईटी कानपुर जांच करेगा कि क्या उर्दू के महान शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ का मशहूर तराना “लाज़िम है कि हम भी देखेंगे, वो दिन कि जिसका वादा है” हिंदू विरोधी है? जामिया कैंपस में पुलिस कार्रवाई के बाद छात्रों से एकजुटता ज़ाहिर करने के लिए आईआईटी कानपुर के छात्रों ने कैंपस में एक जुलूस निकाला था जिसमें उन्होंने फ़ैज़ का यह तराना गाया था. जामिया के छात्रों पर पुलिस कार्रवाई पर देश भर के छात्रों में तीखी प्रतिक्रियाएं हुईं. आईआईटी कानपुर के छात्रों ने जामिया के छात्रों से एकजुटता ज़ाहिर करने को जुलूस निकाला जिससे पहले उन्होंने फ़ैज़ का तराना गया…''हम देखेंगे…लाज़िम है कि हम भी देखेंगे.”