India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार अक्टूबर 31, 2018 11:06 PM IST रेलवे की ओर से यह कदम जुलाई में आई कैग की रिपोर्ट के बाद उठाया गया है. इस रिपोर्ट में कहा गया कि सितंबर 2016 में योजना के लागू होने के बाद से सीटें खाली रह जाती है. साथ ही फ्लैक्सी किराया को तर्कसंगत बनाने का सुझाव दिया था. रेलवे के सूत्रों ने कहा कि योजना में बदलाव से रेलवे को करीब 103 करोड़ रुपये का नुकसान होगा. हालांकि, उसने उम्मीद जताई है कि किराया कम होने से सीटें भरने में मदद मिलेगी और अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा.