Lok Sabha Elections 2019 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार अप्रैल 19, 2019 03:12 PM IST 24 साल बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती एक ही मंच पर आए और एक-दूसरे को जिताने की अपील की. उत्तर प्रदेश बीते 24 सालों में हर उस लम्हे का गवाह रहा है जब मायावती और मुलायम सिंह यादव एक दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते थे. दोनों के बीच कटुता इतनी बढ़ गई थी कि मायावती मुलायम को पागल खाने भेजने की बात कहती थीं और फिर दोनों ओर से बयानों के तीर मर्यादाओं को तार-तार कर देते थे. ऐसा नहीं था कि दोनों के बीच हमेशा से ही दुश्मनी थी, दोनों नेता एक साथ मिलकर बना चुके हैं. लेकिन तारीख 2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड ने न सिर्फ दोनों को कट्टर दुश्मन बना दिया बल्कि खाई इतनी चौड़ी हो गई कि सियासी मतभेद एक दूसरे को देख लेने जैसे चुनौती में बदल गए. गेस्ट हाउस कांड के बाद एक पूरी पीढ़ी बदल गई और अब फिर दोनों के एक साथ हैं और मैनपुरी में 19 अप्रैल 2019 की तारीख दोनों की दोस्ती की गवाह बन गई.