India | Reported by: अरविंद गुणशेखर, Edited by: नवीन कुमार |गुरुवार दिसम्बर 3, 2020 09:09 PM IST गेहूं के आटे से भरे ट्रक पर बैठे एक बुजुर्ग ने NDTV को बताया. "हम झज्जर से आएं हैं हैं. हम यहां अपने विरोध करने वाले भाइयों के समर्थन के लिए और मदद के लिए हैं. 24 घंटे हमारा दलाल खाप का भंडारा यहां चला हुआ है. इनकी मदद के लिए हम बॉर्डर पर जा रहे हैं. जितनी भी इनकी तन, मन, धन से मदद होगी हम करेंगे. और जब तक फैसला नहीं हो जाता है हम कंधे से "