Blogs | रवीश कुमार |सोमवार सितम्बर 26, 2016 01:14 PM IST क्या सोमवार को युद्धकामी एंकर और चैनल ग़रीबी, कुपोषण, बेरोज़गारी और शिशु मृत्यु दर के आंकड़े निकाल कर प्राइम टाइम में बहस करेंगे? अगर भारत और पाकिस्तान के बीच इन बातों पर युद्ध करना होगा तो युद्धकामी एंकरों को कुपोषण और ग़रीबी पर बहस करने के लिए उन्हीं लोगों को बुलाना होगा जिन्हें वे दिन रात बददुआएं देते रहते हैं, जिन्हें एनजीओ टाइप बताकर पाकिस्तान के प्रेमी बताते हैं.