'Me too Campaign'

- 13 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: आशीष भार्गव |बुधवार फ़रवरी 10, 2021 02:43 PM IST
    साल 2018 में मीटू अभियान (Me Too Campaign) के दौरान पत्रकार प्रिया रमानी (Journalist Pria Ramani) ने पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एमजे अकबर (MJ Akbar) के खिलाफ शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था. इसी मामले में राउज एवेन्यू की विशेष कोर्ट फैसला 17 फरवरी को दोपहर 2 बजे आएगा. अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट रविन्द्र कुमार ने अकबर (MJ Akbar) और रमानी (Journalist Pria Ramani) की दलीलें पूरी होने के बाद मामले में फैसला एक फरवरी को सुरक्षित रख लिया था. 
  • Bollywood | Written by: आशना मलिक |रविवार जून 2, 2019 04:58 PM IST
    विकास बहल (Vikas Bahl) को क्लीच चिट मिलने के बाद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की बहन रंगोली चंदेल (Rangoli Chandel) ने निर्देशक विकास बहल (Vikas Bahl)और बॉलीवुड एक्टर आलोकनाथ (Aloknath) पर निशाना साधा है.
  • India | Reported by: सौरभ शुक्ला |बुधवार अक्टूबर 31, 2018 01:13 PM IST
    भारत में #MeToo अभियान की जद में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में आज यानी बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराया. एमजे अकबर ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया. उन्होंने अपने स्टेटमेंट में कहा कि मैं कल्कत्ता के बॉयस स्कूल और प्रेसिडेंसी कॉलेज से पढ़ा. कॉलेज के बाद मैं पत्रकारिता के क्षेत्र में आ गया. बहुत कम समय में मैं संडे नामक पत्रिका का संपादक बना. 1983 में मैंने द टेलिग्राफ़ शुरू किया. फिर मैं 1993 तक एशियन ऐज का संपादक रहा. फिर इंडिया टुडे का एडिटोरियल डारेक्टर रहा. फिर संडे गार्डियन का फ़ाउंडिंग एडिटर रहा. इसके साथ ही मैंने कई किताबें लिखीं (कोर्ट में अपनी लिखीं किताबें पेश कीं ).
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार अक्टूबर 31, 2018 10:17 AM IST
    भारत में #MeToo अभियान की जद में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में आज यानी बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराएंगे. दरअसल, 18 अक्टूबर को मामले की सुनवाई में एमजे अकबर कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुए थे. अगर अदालत एमजे अकबर के बयान से संतुष्ट हो जाती है तो फिर कोर्ट के सामने पेश होने के लिए पत्रकार प्रिया रमानी को नोटिस भेजा जाएगा. बता दें कि 18 अक्टूबर को दिल्ली की एक अदालत ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम.जे. अकबर के आपराधिक मानहानि मुकदमे को स्वीकार कर लिया और कहा कि 31 अक्टूबर को भाजपा नेता का बयान दर्ज किया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी समर विशाल ने कहा, "मैं आईपीसी की धारा 500 (मानहानि के लिए सजा) के तहत अपराध का संज्ञान लेता हूं."
  • India | सौरभ शुक्ला |गुरुवार अक्टूबर 18, 2018 02:50 PM IST
    मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने #MeToo अभियान के तहत अपने ऊपर लगे सेक्सुअल हैरासमेंट (यौन शोषण) के आरोपों के बाद अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. एमजे अकबर के इस्तीफे को सरकार ने स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इस्तीफा देने के बाद एमजे अकबर ने कहा कि वह अपने दम पर आगे की कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. आज यानी गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम जे अकबर के आपराधिक मानहानि मामले पर सुनवाई हुई.
  • File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |गुरुवार अक्टूबर 18, 2018 06:48 AM IST
    केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने भारत में चल रहे #MeToo कैंपेन के तहत अपने ऊपर लगे सेक्सुअल हैरासमेंट (यौन शोषण) के आरोपों के बाद अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. हालांकि, एमजे अकबर ने यह इस्तीफा आरोप लगने के तुरंत बाद नहीं दिया है, बल्कि पहले तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों के खिलाफ पत्रकार रमानी पर मानहानि का मुकदमा किया, उसके बाद बात को आगे बढ़ता देख उन्होंने इस्तीफे का फैसला किया. यही वजह है कि आज यानी गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम जे अकबर के आपराधिक मानहानि मामले पर सुनवाई होगी. रमानी ने अकबर पर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगाये हैं. MeToo कैंपेन के तहत यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपना इस्तीफा भेज दिया है. दरअसल, अकबर पर 20 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. इससे पहले एजमे अकबर ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि वह न्याय के लिए व्यक्तिगत लड़ाई लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब वह निजी तौर पर केस लड़ेंगे. उनहोंने पीएम मोदी और सुषमा स्वराज का शुक्रिया अदा भी किया.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार अक्टूबर 17, 2018 08:57 PM IST
    एमजे अकबर ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' एमजे अकबर ने बयान जारी करके कहा कि मैंने निजी तौर पर अदालत में न्याय पाने का फ़ैसला किया है, मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |मंगलवार अक्टूबर 16, 2018 09:43 AM IST
    कुछ समय पहले पूरी दुनिया में शुरू हुआ #MeToo कैंपेन अब भारत में भी अपने शबाब पर है. भारत में #MeToo कैंपेन के जरिये एक के बाद एक नए आरोप सामने आ रहे हैं और जिन लोगों के खिलाफ आरोप लग रहे हैं, वह हर कोई को हैरान करने वाला है. #MeToo अभियान के तहत आजकल महिलाएं रोजाना आगे आकर अपने साथ हुए उत्पीड़न का अनुभव साझा कर रही हैं और आरोपियों के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. यही वजह है कि #MeToo की जद में अब न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी आते दिख रहे हैं, बल्कि मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर भी आ गये हैं. दरअसल, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ में 9 महिलाओं ने #MeToo के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. हालांकि, अब एक विदेशी महिला पत्रकार भी सामने आई हैं और उन्होंने भी एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर लगे आरोपों से मोदी सरकार बैकफुट पर है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सरकार उनसे इस्तीफा ले सकती है. दरअसल, 
  • India | Reported by: अखिलेश शर्मा |मंगलवार अक्टूबर 16, 2018 09:58 AM IST
    भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान ने ऐसी तूल पकड़ी कि इसकी जद में बड़े-बड़े नाम सामने आ रहे हैं. मीटू कैंपने के तहत पत्रकार रह चुके केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर पर दो महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. जिसे लेकर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है और कांग्रेस एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग कर रही है. हालांकि, सरकारी सूत्र इस मुद्दे पर खुद एमजे अकबर के बयान का इंतजार कर रहे हैं. मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि सरकार पर इस्तीफे का दवाब बढ़ रहा है और सरकार एमजे अकबर से इस्तीफे की मांग कर सकती है. मगर सरकार के टॉप सूत्रों ने ऐसी खबरों को सिरे से खारिज किया है. सरकार के टॉप सूत्रों का कहना है कि एमजे अकबर के इस्तीफे को लेकर जितने भी खबरें हैं, सभी काल्पनिक हैं. 
  • India | Reported by: उमाशंकर सिंह |बुधवार अक्टूबर 10, 2018 03:24 PM IST
    फिल्म इंडस्ट्री से 'मी टू' अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) की शुरुआत होने के बाद इसकी चपेट में मीडिया जगत भी आ गया है और इसकी लपटें मोदी सरकार के एक मंत्री को अपने लपेटे में ले रही हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब कांग्रेस ने भी एमजे अकबर के मामले में न सिर्फ कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की है, बल्कि उनके इस्तीफे की भी मांग की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयपाल रेड्डी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि एमजे अकबर खुद आकर मामले पर सफाई दें या फिर इस्तीफा दें. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए. 
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