India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार जुलाई 1, 2019 11:29 AM IST मौलवियों ने दावा किया कि जहां ने जैन धर्म में शादी कर इस्लाम का अपमान किया और उनके वस्त्र को ‘गैर इस्लामिक’ बताया. जामिया शेख उल हिंद के मुफ्ती असद कासमी ने दावा किया, ‘मुस्लिमों की शादी मुस्लिमों में ही हो सकती है और वे केवल अल्लाह के सामने झुक सकते हैं। इस्लाम में वंदे मातरम, मंगलसूत्र और सिंदूर के लिए कोई जगह नहीं है और ये चीजें धर्म के खिलाफ हैं.’