India | Reported by: ANI |बुधवार सितम्बर 23, 2020 07:52 AM IST DCGI ने कहा है कि एक COVID-19 वैक्सीन निर्माता उम्मीदवार के पास तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण में कम से कम 50 प्रतिशत प्रभावकारिता होनी चाहिए ताकि इसके लिए व्यापक रूप से तैनाती की जा सके और पर्याप्त डेटा वैक्सीन से जुड़े संवर्धित श्वसन रोग (ERD) के संभावित जोखिम को सूचित कर सके, को उत्पन्न करने की जरूरत है.