Blogs | Rakesh Kumar Malviya |सोमवार अप्रैल 4, 2016 01:27 PM IST हमने 'मौन' रहकर भी खुशी का इन्तज़ार किया और 'मन की बात' कहकर भी खुशी को बुला रहे हैं, लेकिन वह आती नहीं... भेड़ियाघसान की तरह एक दिशा में मुंह करके भागते जा रहे समाज को कोई तो बताए कि खुशी आखिर कैसे आएगी...?