World | Reported by: भाषा |रविवार जनवरी 19, 2020 10:12 PM IST बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) को भारत का “आंतरिक मामला” करार दिया, लेकिन इसी के साथ यह भी कहा कि कानून “आवश्यक नहीं” था. सीएए के मुताबिक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना की वजह से 31 दिसंबर 2014 तक वहां से भारत आए हिंदू, जैन, सिख, पारसी, बौद्ध और ईसाई समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी. इस विवादित कानून के खिलाफ भारत में कई जगहों पर प्रदर्शन चल रहे हैं.