Uttar Pradesh | Reported by: मोहम्मद अतहरुद्दीन मुन्ने भारती |शनिवार सितम्बर 5, 2020 10:47 PM IST Teachers' Day : कहा जाता है कि गुरु भगवान का दूसरा रूप होते हैं, क्योंकि वे निःस्वार्थ भावना से विद्यार्थियों को पढ़ाकर उनके भविष्य का निर्माण करते हैं. इसी भगवान को याद करने के लिए हम 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं. हमें अक्सर शिक्षकों के सामाजिक सरोकार का कार्य करने की कहानियां सुनने को मिलती हैं. ऐसी ही एक कहानी है जौनपुर के शिक्षक राम अभिलाष पाल की जिन्हें लोग गुरूजी के नाम से बुलाते हैं. राम अभिलाष पाल गरीब और वंचित समाज के बच्चों को पढ़ाते हैं. अभी तक उनके शिष्यों में से हज़ारों प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, इंजीनियर, प्रोफेसर, प्रवक्ता, शिक्षक जैसे तमाम पदों पर आसीन हैं.