'Ravish Kumar Blog in Hindi'

- 10 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Blogs | रवीश कुमार |बुधवार जून 8, 2022 11:26 PM IST
    भारत सरकार ने ओआईसी के बयान पर फटकार लगाई है तो क्या मान लिया जाए कि भारत सरकार ने सभी 15 देशों को जवाब दिया है? क्या सरकार ने क़तर को जवाब दिया है कि हम सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगे? फिर बीजेपी ने एक्शन क्यों लिया,इसीलिए न ताकि भारत के राजदूत इन देशों को तुरंत बता सकें कि कार्रवाई हो चुकी है?
  • Blogs | रवीश कुमार |बुधवार अप्रैल 27, 2022 10:34 AM IST
    जब कोई कंपनी आपकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का ठेका लेने लगे और गारंटी देने लगे, तो थोड़ा सतर्क हो जाने में कोई बुराई नहीं है.  सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एडिट बटन की स्वतंत्रता देकर वाहवाही लूटने वाली वही कंपनियां अपने पास अलगोरिद्म का अधिकार रखती हैं, जिसकी मदद से किस सूचना या विचार को सब तक पहुंचाना है और गायब कर देना है, इसका खेल खेला जाता है. फेसबुक, व्हाट्स एप से लेकर हम ट्विटर के मामले में यह खेल देख चुके हैं. इलॉन मस्क ने ट्विटर को साबुन के भाव में खरीद लिया, इसे लेकर न तो आशंकित होने की ज़रूरत है और न उत्साहित, क्योंकि मौजूदा मालिकों के हाथ में सोशल मीडिया का यह प्लेटफार्म किस तरह से किसी का खाता बंद देते हैं, किसी के विचारों को पहुंचने नहीं देते हैं,आप देख कर अनदेखा कर भी चुके हैं.
  • Blogs | रवीश कुमार |शुक्रवार मार्च 4, 2022 11:09 PM IST
    भारत के ये बच्चे बर्फ समेट रहे हैं ताकि कमरे में ले जाकर इसे पिघला कर पी सकें. भारत के ये बच्चे पानी के लिए बर्फ बटोर रहे हैं औऱ यहां कड़ाही में बर्फ गर्म कर रहे हैं ताकि पी सकें. गोदी मीडिया ढिंढोरा पीट रहा है कि भारत विश्व गुरु बन गया है. छात्रों के पास पानी नहीं है. 3 मार्च की रात से पानी की सप्लाई बंद है.
  • Blogs | रवीश कुमार |शुक्रवार फ़रवरी 25, 2022 12:39 AM IST
    रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. यूक्रेन ने भी रूस पर हमले का एलान कर दिया है. अब यह जंग कहां जाकर और कब जाकर रुकेगी, किसी को नहीं पता है. अभी तक नेटो और अमरीका अपने सैनिकों को जंग में भेजने से इंकार कर रहे हैं लेकिन इनके करीब होने के कारण रूस यूक्रेन पर हमला बोल दिया है.
  • Blogs | रवीश कुमार |सोमवार अगस्त 24, 2020 09:59 AM IST
    एकदम से सुबह की रौशनी बिखर जाने से ठीक पहले का सफ़ेद अंधेरा. जाती हुई रात अपने आख़िरी वक्त में सफ़ेद लगती है. रात गहराने से पहले भौंक कर सोने वाले कुत्ते भी सुबह होने से पहले भौंकने लगते हैं, कौआ पहले बोलता है या गौरैया पहले बोलती है. ची ची ची ची। ची च। ची ची ची ची. पेड़ पर कुछ कोलाहल तो है. हवा ठंडी है. ऐसे वक्त की खुली दुकानों की अपनी ख़ुश्बू होती है. भीतर बल्ब जल रहा है. बाहर सड़क पर थोड़ी सफ़ाई हो चुकी है. दुकान की बेंच बाहर रखी जा रही है. भजन बज रहा है.
  • Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार जून 2, 2020 12:13 PM IST
    हमारे आस-पास के लोग आर्थिक रूप से टूट चुके हैं. कोई पुराना राग-द्वेष हो तो उसे भी भूल जाइये. जब सबका ही चला गया हो तो किस बात का ग़म औऱ किस बात का रंज. किस बात का हिसाब या किस बात का फ़ैसला. माफी मांग लीजिए. माफी कर दीजिए. 
  • Blogs | रवीश कुमार |गुरुवार मार्च 26, 2020 12:34 AM IST
    भारत का मध्यमवर्ग बहुत परेशान है. 24 मार्च को प्रधानमंत्री का भाषण ख़त्म होने से पहले दुकान पर पहुंच गया. 21 दिनों के लिए जब सामान जुटाकर रास्ते में था तो ध्यान आया कि जिस कार से घर जा रहे हैं उसकी किश्त कैसे जमा होगी? इसी चिन्ता में जब फ्लैट में पहुंचा तो पसीने छूटने लग गए. सही बात भी है. जिस घर में सामान भर रहे थे वो घर तो लोन पर है. घर का लोन कैसे चुकाएंगे? इस वक्त जब घर में रहना ही एकमात्र उपाय है. घर में शांति से तभी रहेगा जब EMI की चिन्ता दूर होगी. 
  • Blogs | रवीश कुमार |रविवार मार्च 22, 2020 11:54 PM IST
    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने वहां की कई इंजीनियरिंग कंपनियों से टेलिफोन पर बात की है, उनसे पूछा है कि क्या दो हफ्ते में 15 से 20 हज़ार वेंटिलेटर का इंतज़ाम हो सकता है? मीडिया में अलग-अलग आंकड़े हैं. अगले महीने तक 30,000 वेंटिलेटर के प्रबंध कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. कंपनियों के पास इस वक्त वेंटिलेटर बनाने की इतनी क्षमता नहीं है क्योंकि यूरोप के अन्य देश भी वेंटिलेटर बनाने का आर्डर दे रहे हैं और सभी को जल्दी चाहिए.
  • Blogs | रवीश कुमार |शनिवार मार्च 21, 2020 11:57 PM IST
    केरल में 25 डाक्टरों और 40 हेल्थ वर्कर को क्वारेंटिन किया गया है, अन्य राज्यों की तुलना में केरल में ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं. लेकिन केरल के बारे में भी जानकारी नहीं मिली कि एक दिन में कितने सैंपल टेस्ट करने की क्षमता है और कितने टेस्ट किट हैं. 
  • Blogs | रवीश कुमार |शुक्रवार दिसम्बर 6, 2019 05:46 PM IST
    जिस तरह से धारा 370 की राजनीति कश्मीर के लिए कम हिन्दी प्रदेशों को भटकाने के लिए ज़्यादा थी उसी तरह से नागरिकता संशोधन बिल असम या पूर्वोत्तर के लिए हिन्दी प्रदेशों के लिए ज़्यादा है. इन्हीं प्रदेशों में एक धर्म विशेष को लेकर पूर्वाग्रह इतना मज़बूत है कि उसे सुलगाए रखने के लिए ऐसे मुद्दे लाए जाते हैं ताकि वह अपने पूर्वाग्रहों को और ठोस कर सके. लगे कि जो वह सोच रहा है उसके लिए ही किया जा रहा है. इसकी भारी क़ीमत देश चुका रहा है.
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