Blogs | रविवार अप्रैल 5, 2015 01:44 PM IST मिसेज लगड़ अपना मकसद नहीं भूलीं। हमारी सोसायटी में वो अकेली रहती हैं फिर भी एनडीटीवी के दफ्तर गईं। कई बार फोन भी किया क्योंकि वे मुझे तकलीफ नहीं देना चाहती थीं। वहां से जो पता चला उसके हिसाब से अपने मकसद पर काम करने लगीं।