Blogs | Dr Vijay Agrawal |शुक्रवार फ़रवरी 19, 2016 04:37 PM IST जैसे कहा जाता है, 'प्रेम किया नहीं जाता, हो जाता है...' इसी तर्ज पर कहा जा सकता है, प्रेम खोया नहीं जाता, खो जाता है। प्रेम का होना भले ही हमारे हाथ में न हो, लेकिन उसका खोना न खोना हमारे हाथ में ज़रूर है। वह कैसे, कुछ इसी तरह की तरकीबों पर हम यहां बात करेंगे।