India | शनिवार फ़रवरी 22, 2020 11:41 PM IST
प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जाए और सुप्रीम कोर्ट इस संबंध में आदेश जारी करे. प्रदर्शनकारियों ने कहा, "उन्हें मीडिया और पुलिस पर भरोसा नहीं है, हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट हमारी सुरक्षा की जिम्मेदारी ले."
शाहीन बाग फिर पहुंचे मध्यस्थ, कहा- तकलीफें दूर करने के लिए मिलकर रास्ता निकालें
India | गुरुवार फ़रवरी 20, 2020 05:17 PM IST
दिल्ली के शाहीन बाग में बंद रास्ता खुलवाने के लिए आज फिर मध्यस्थ साधना रामचंद्रन और संजय हेगड़े पहुंचे. उन्होंने आंदोलनकारियों से बातचीत की. साधना रामचंद्रन ने कहा कि आपने बुलाया इसलिए हम वापस आए कल दादियों का हमें आशीर्वाद मिला. हम सब हिंदुस्तान के नागरिक हैं. हमें समझकर चलना होगा. आपको समझना होगा कि सीएए का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट के सामने आएगा. उन्होंने बंद सड़क के मुद्दे पर बातचीत शुरू की. संजय हेगड़े ने कहा कि किसी को तकलीफ़ हो रही है तो सब मिल जुलकर रास्ता निकालें. कुछ ही देर बाद साधाना रामचंद्रन ने मीडिया की मौजूदगी पर आपत्ति जताई. इसके बाद मीडिया के प्रतिनिधि धरनास्थल से बाहर चले गए.
शाहीन बाग में मध्यस्थों से दिल की बात करते हुए भावुक हुईं धरने पर बैठी महिलाएं
India | गुरुवार फ़रवरी 20, 2020 09:36 AM IST
उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा था कि शाहीन बाग में सड़क की नाकाबंदी से परेशानी हो रही है. न्यायालय ने प्रदर्शनकारियों के विरोध के अधिकार को बरकरार रखते हुए सुझाव दिया कि वे किसी अन्य जगह पर जा सकते हैं जहां कोई सार्वजनिक स्थान अवरुद्ध न हो.
India | बुधवार फ़रवरी 19, 2020 05:10 PM IST
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को शाहीन बाग (Shaheen Bagh) के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए वार्ताकार नियुक्त किया था.
शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से जगह बदलने के लिए सुप्रीम कोर्ट के मध्यस्थ करेंगे बातचीत
India | सोमवार फ़रवरी 17, 2020 03:07 PM IST
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह रोड को बंद करके प्रदर्शन करने का आइडिया किसी को भी आएगा, बेहतर होगा कि प्रदर्शन को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जाए. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर बातचीत के लिए संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन नियुक्त किया है.
India | रविवार नवम्बर 24, 2019 04:33 PM IST
सुप्रीम कोर्ट के महाराष्ट्र (Maharashtra) को लेकर फैसले के बाद वरिष्ठ वकील और संविधान के जानकार संजय हेगड़े ने कहा कि अभी मैच जारी है, यह कह सकते हैं कि कल पता लगेगा. सारे पत्र को देखकर कार्यवाही होगी. उन्होंने कहा कि राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के फैसले को अनुचित कह सकते हैं, गैरकानूनी नहीं है. फैसला बाद में बदला जा सकता है. संजय हेगड़े ने NDTV से कहा कि इमरजेंसी तो थी नहीं, पर पुराना गाना है... 'रात है ऐसी मतवाली तो सुबह का आलम क्या होगा.' शायद राज्यपाल ने सुबह का आलम नहीं देखा है.
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