गलवान झड़प पर बोले चीनी राजदूत- दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, मामला संभालने की कर रहे हैं कोशिशें
India | बुधवार अगस्त 26, 2020 11:37 AM IST
जून के महीने में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच दशकों में पहली बार हुई हिंसक झड़प को भारत में चीनी राजदूत सुन वेईडोंग ने दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है. इस झड़प में 20 भारतीय जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी. चीनी राजदूत ने कहा कि 'यह घटना इतिहास के नज़रिये से यह घटना बहुत अहम नहीं होगी'.
भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर चीन की ओर से आया संदेश
India | शनिवार अगस्त 15, 2020 02:02 PM IST
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, सुन वीडोंग ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा, 'भारत सरकार और देश की जनता को स्वतंत्रता दिवस की बधाई. उम्मीद है कि चीन और भारत, प्राचीन सभ्यता वाले दो महान देश शांति के साथ विकसित हों और उनके बीच निकट रूप से साझेदारी बढ़े.'
यह सच नहीं बदलेगा, भारत-चीन एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते : चीन
India | गुरुवार जुलाई 30, 2020 05:39 PM IST
चीन के राजदूत सुन वीडॉन्ग ने अपने ट्विटर एकाउंट पर बताया, "दुनियाभर में शांति बनाए रखना और साझा विकास को बढ़ावा देना चीन की कूटनीति का मूलभूत लक्ष्य रहा है..
भारत-चीन सीमा विवाद पर चीनी राजदूत ने जारी किया वीडियो, कही यह बात...
World | शुक्रवार जुलाई 10, 2020 05:36 PM IST
.....कुछ लोग 'मेड इन चाइना' को पूरी तरह से बाहर करने के लिए भारत-चीन आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को अलग होने का ढिंढोरा पीट रहे हैं. किसी भी आत्म सुरक्षा और चीन के खिलाफ गैर-प्रतिबंधात्मक बाधाएं और प्रतिबंधात्मक उपाय चीनी कर्मचारियों के साथ भारतीय कर्मचारियों के साथ अन्याय है, जो परिणाम के रूप में अपनी नौकरी खो चुके हैं.
चीन-भारत को एक-दूसरे से खतरा नहीं, मतभेद के चलते रिश्ते खराब न करें: चीनी राजदूत
India | बुधवार मई 27, 2020 09:16 PM IST
भारत में चीन के राजदूत सुन वेइडोंग ने कहा है कि चीन और भारत को अपने मतभेदों का असर कभी भी उनके दूसरे द्विपक्षीय संबंधों पर नहीं पड़ने देना चाहिए और आपसी विश्वास को बढ़ाया जाना चाहिए. ये मानना चाहिए कि दोनों देश एक दूसरे के लिए खतरा नहीं है.
चीन ने सुन वीदोंग को भारत में अपना नया राजदूत नियुक्त किया
World | बुधवार जून 12, 2019 01:33 PM IST
चीन ने सुन वीदोंग को भारत में अपना नया राजदूत नियुक्त किया है. वह दक्षिण एशियाई मामलों के विशेषज्ञ एवं बीजिंग में भारतीय राजदूत के तौर पर तैनात रह चुके विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ करीब से काम कर चुके हैं.
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