Cricket | Reported by: M Atharuddin Munne Bharti, Edited by: Suryakant Pathak |शनिवार मई 7, 2016 12:33 AM IST 'कमेंट्री करना मेरा ख्वाब था। मैं घर में कमेंट्री की नकल किया करता था। तब मुझे नहीं मालूम था कि वह नकल करना मुझे इस मुकाम तक पहुंचा देगा।' यह कहना है इसी वर्ष पदम श्री से सम्मानित विख्यात कमेंटेटर सुशील दोषी का। उन्होंने एनडीटीवी के खास इंटरव्यू में यह बात कही।