India | Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण |शुक्रवार मई 28, 2021 02:14 PM IST साल 1975 में प्रकाशन विभाग से प्रकाशित आरसी मजूमदार की किताब ‘पीनल सेटलमेंट्स इन द अंडमान्स’ के मुताबिक साल 1911 में जब सावरकर को कालापानी की सजा हुई थी, और अन्हें अंडमान-निकोबार के सेल्यूलर जेल में रखा गया था, तब सजा शुरू होने के कुछ महीनों बाद ही ब्रिटिश सरकार से रिहाई की गुहार लगाई थी.