Health | Written by: अनिता शर्मा |बुधवार मई 5, 2021 11:44 AM IST थैलेसीमिया दो प्रकार का होता है. एक माइनर थैलेसीमिया और दूसरा मेजर थैलेसीमिया. माइनर थैलेसीमिया वाले बच्चों में खून कभी भी सामान्य के स्तर तक नहीं पहुंच पाता यह हमेशा कम रहता है, लेकिन ये स्वस्थ जीवन जी लेते हैं. वहीं, मुश्किल बड़ी मेजर थैलेसीमिया वाले बच्चों के लिए होती है. उन्हें लगभग हर 21 दिन या हर महीने खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है.