Blogs | Ravish Ranjan Shukla |शुक्रवार मई 12, 2017 12:19 PM IST राजनीति ने हमेशा जिद्द और अकड़ को वक्त-वक्त पर तोड़ा है - भले ही वह किसी भी पार्टी की हो या किसी भी नेता की... लेकिन मां-बेटे की राजनीतिक नैया आरोपों की उफनती नदी में हर लहर के साथ डगमगा रही है, और वक्त के साथ अब यह किश्ती किसी किनारे लग पाएगी, या हिचकोले खाकर बह जाएगी, इसकी गवाही आने वाला वक्त ही देगा...