India | Written by: शंकर पंडित |गुरुवार अगस्त 16, 2018 06:02 PM IST इस बार संसद के मॉनसून सत्र में विपक्ष द्वारा लाए गये अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा जोरों पर रही और मोदी सरकार काफी आसानी से विश्वास मत हासिल करने में कामयाब रही. मगर एक वक्त ऐसा भी था, जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए सरकार को सदन में बहुमत साबित करना पड़ा था और इस अग्नि परीक्षा में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार विफल साबित हुई थी और महज एक वोट से उनकी सरकार गिर गई थी. बात दरअसल, 1999 में की है, जब तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने अपनी पार्टी को एनडीए से अलग कर लिया था और वाजपेयी सरकार विश्वास मत साबित करने के लिए मजबूर हो गई थी.