World | Edited by: बिक्रम कुमार सिंह |शुक्रवार अप्रैल 5, 2024 05:46 PM IST जाहरा जौदा दर्राज की कहानी दर्दनाक है. हिजाब पहनकर, हाथों में दस्ताने लगाकर अपने 68 वर्षीय पति रज्जाक के साथ रोज जिंदगी की लड़ाई लड़ती हैं. कूड़ास्थल पर अपने खच्चर के साथ जाती हैं, और वहां से शीशे की बोतलें, एल्मूनीयम के केन को जमा कर उन्हें बेचती हैं