'Baisakhi messages' - 7 न्यूज़ रिजल्ट्स
- प्रिंस चार्ल्स ने बैसाखी पर पंजाबी में दी शुभकामनाएं, Video Message में सिख समूह का किया शुक्रियाअदाLifestyle | मंगलवार अप्रैल 14, 2020 03:50 PM ISTइस मैसेज में प्रिंस चार्ल्स ने कहा, ''मुझे पता है कि इस दिन खालसा पंथ की स्थापना हुई थी और वैसाखी पर लोग दोस्त और परिवार के साथ जश्न मनाते हैं. इस साल कोरोनावायरस के कारण लोगों को यह त्योहार अपने घरों में ही मनाना पड़ा और मैं समझ सकता हूं कि आप सब लोगों को ऐसे में कैसा महसूस हो रहा होगा''.
- Lifestyle | सोमवार अप्रैल 13, 2020 09:34 AM ISTBaisakhi 2020: पंजाब और हिमाचल में यह दिन रबी फसल के पकने का दिन भी माना जाता है. बैसाखी के दौरान रबी की फसल पककर तैयार हो जाती है, जिसका जश्न पूरे इलाके में मनाया जाता है.
- Faith | शुक्रवार अप्रैल 12, 2019 03:35 PM IST14 अप्रैल को बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मनाया जाएगा. यह पर्व सिखों के नए साल के तौर पर ही नहीं बल्कि इस दिन उनके अंतिम गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने खालसा पंथ की स्थापना भी की थी. इस वजह से सिखों के लिए और भी महत्वपूर्ण है.
- Faith | शनिवार अप्रैल 14, 2018 08:22 AM ISTबैसाखी सिखों के नए साल का पहला दिन है. इसके अलावा बैसाखी के दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है इसलिए भी इसे त्योहार के रूप में मनाया जाता है.
- Lifestyle | शुक्रवार अप्रैल 13, 2018 12:59 PM ISTउत्तरी भारत में पंजाब सहित कई हिस्सो में बैसाखी (Baisakhi) बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है. इस मौके पर दोस्तों को भेजें ये शानदार मैसेजेस...
- News | मंगलवार मई 1, 2018 02:45 PM ISTउत्तरी भारत में पंजाब सहित कई हिस्सो में बैसाखी (Baisakhi) बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है. इस मौके पर दोस्तों को भेजें ये शानदार मैसेजेस...
- Lifestyle | गुरुवार अप्रैल 13, 2017 11:45 AM ISTबैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है. बैसाखी नाम वैशाख से बना है.यह एक कृषि त्योहार है, जिसमें पंजाब और हरियाणा के किसान, सर्दियों की फसल काटने के बाद नए साल की खुशियां मनाते हैं. बैसाखी के ही दिन 13 अप्रैल 1699 को दसवें सिख गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.खालसा पंथ की स्थापना का लक्ष्य था धर्म और नेकी के आदर्श के लिए सदैव तत्पर रहना.इसलिए बैसाखी का त्योहार सिखों का एक सबसे बड़ा त्योहार है. इस दिन पंजाब का परंपरागत नृत्य भांगड़ा और गिदा किया जाता है.