'Book review kahin kuchh nahin'

- 1 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Literature | प्रियदर्शन |शुक्रवार मई 18, 2018 06:51 PM IST
    क्या कहानियों को हमेशा बहुत सुगठित होना चाहिए- इस तरह कि कथा कभी भटकती न लगे और एक ही लय में बात पूरी हो जाए? ऐसे उस्ताद और माहिर क़िस्सागो होते हैं जो पाठकों को बिल्कुल वशीभूत कर अपने साथ लिए चलते हैं- अनुभव और रोमांच की अपनी रची हुई दुनिया की सैर कराते हैं. पाठक इन कहानियों के संसार से अभिभूत लौटता है.
और पढ़ें »
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com