सबख़बरें'Book review mall mein kabootar' - 1 न्यूज़ रिजल्ट्स बुक रिव्यू: बाजारवादी संस्कृति पर करारी चोट है 'मॉल में कबूतर'Literature | Reported by: एजेंसियां |शुक्रवार मई 19, 2017 10:59 AM IST यह बहस का विषय है कि 'उदारीकरण' और 'बाजारवाद' ने कुछ खास वर्ग के लोगों का ही भला किया है और आम जनों के लिए यह एक विभीषिका बनकर आया है.और पढ़ें »