'Caste equation'

- 12 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: अखिलेश शर्मा, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार अप्रैल 22, 2023 04:13 PM IST
    दस मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अब मैदान तैयार हो चुका है. तीनों प्रमुख दलों बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के उम्मीदवारों की सूची का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि इन्हें तय करने में तीनों ही दलों ने जातिगत समीकरणों का ध्यान रखा है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने सबसे ज्यादा टिकट लिंगायत और फिर वोक्कालिंगा समुदाय को दिए. जबकि जेडीएस ने वोक्कालिंगा को सबसे अधिक टिकट दिए हैं. 
  • India | Reported by: नेहाल किदवई, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार अप्रैल 19, 2023 11:25 PM IST
    कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को शिग्गांव में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. राज्य में 10 मई को मतदान होगा और नतीजे 13 मई को आएंगे. बोम्मई शिग्गांव से तीन बार विधायक रह चुके हैं और एक बार फिर वे इसी सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी के दिग्गज बीएस येदियुरप्पा के पद से हटने के बाद उन्हें 2021 में मुख्यमंत्री बनाया गया था. कांग्रेस ने शिग्गांव से मोहम्मद यूसुफ सावनूर को बोम्मई के खिलाफ मैदान में उतारा है. 
  • India | Edited by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार अप्रैल 1, 2023 07:16 PM IST
    भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महागठबंधन को हराने के लिए ‘अनोखे’ सामाजिक समीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें ‘अगड़ी’ जातियों के साथ-साथ ज्यादातर पिछड़े समुदाय शामिल हैं. बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में लालू प्रसाद की आरजेडी भले ही सबसे मजबूत पार्टी है, लेकिन भाजपा का मानना है कि उसकी जीत की राह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू के जनाधार में सेंध लगाने पर निर्भर करती है. जेडीयू को लंबे समय से गैर-यादव पिछड़ी जातियों और दलित समुदायों का व्यापक समर्थन हासिल है.
  • India | Reported by: सौरभ शुक्ला |मंगलवार जनवरी 25, 2022 12:50 PM IST
    उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सियासी चौसर बिछ चुकी है. हर राजनीतिक पार्टी अपने हिसाब से जातीय समीकरण साधने में जुटी हुई है. समाजवादी पार्टी ने गैर-यादव ओबीसी पर बड़ा दांव खेला है. गैर यादव ओबीसी को 59 टिकट दिए गए हैं.
  • Uttar Pradesh | Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: आनंद नायक |मंगलवार अक्टूबर 19, 2021 08:48 PM IST
    बेबी रानी मौर्य ने कहा,' मैं मायावती जी (बीएसपी सुप्रीमो )के बारे में कुछ नहीं कहूंगी. बस यही कहूंगी कि उन्होंने दलित समाज के लिए कुछ नहीं किया. मैंने सबसे कहा है कि ग़रीब और दलित समाज के लोग मुझसे जुड़ें. जो भी काम या समस्‍याएं हैं,  मुझे बताएं. मैं अधिकारियों से काम कराऊंगी.'
  • India | Written by: प्रमोद कुमार प्रवीण |बुधवार नवम्बर 17, 2021 02:22 PM IST
    आजादी के बाद से राज्य पर शासन करने वाले 15 मुख्यमंत्रियों में से कोई भी दलित समाज से नहीं हुआ है. 1966 में राज्य के बंटवारे से पहले पंजाब के तीन मुख्यमंत्री हिंदू मूल के थे. उसके बाद से लगभग सभी मुख्यमंत्री (ज्ञानी जेल सिंह को छोड़कर) जट सिख समुदाय से हुए हैं, जो राज्य की आबादी का 19 फीसदी ही है. 1972 से 1977 तक राज्य के सीएम रहे ज्ञानी जैल सिंह ओबीसी समुदाय के रामगढ़िया समूह से ताल्लुक रखते थे.
  • India | Written by: प्रमोद कुमार प्रवीण |गुरुवार अक्टूबर 29, 2020 01:42 PM IST
    Bihar Assembly Election 2020:राज्य में 15 फीसदी वोट बैंक उच्च जातियों (भूमिहार, राजपूत, ब्राह्मण और कायस्थ) का है. भाजपा और कांग्रेस का फोकस सवर्णों पर रहा है लेकिन पहली बार राजद ने इसमें भी सेंधमारी की कोशिश की है और दर्जन भर टिकट उच्च जाति के उम्मीदवारों को दिए हैं.
  • India | Reported by: अखिलेश शर्मा, Edited by: पवन पांडे |सोमवार अक्टूबर 5, 2020 09:50 AM IST
    Bihar Polls: नए सिरे से उम्मीदवारों के नाम पर विचार करने के लिए बिहार बीजेपी नेताओं की आज दिल्ली में बैठक होगी. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठक करेंगे. बैठक आज सुबह जेपी नड्डा के आवास पर है. बैठक में चुनाव प्रभारी देवेन्द्र फडणवीस, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, नित्यानंद राय, सुशील कुमार मोदी, संजय जायसवाल, मंगल पाण्डेय, प्रेम कुमार मौजूद रहेंगे. 
  • Lok Sabha Elections 2019 | Reported by: अजय सिंह, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शुक्रवार अप्रैल 19, 2019 05:28 PM IST
    चंदौली यादव बाहुल्य क्षेत्र है जिनकी संख्या तकरीबन दो लाख पचहत्तर हज़ार के आसपास है. उसके बाद दलित बिरादरी है जो कि करीब दो लाख साठ हज़ार के आसपास है. फिर पिछड़ी जाति में मौर्या हैं जिनकी संख्या एक लाख पचहत्तर हज़ार के आसपास है. ब्राह्मण, राजपूत, मुस्लिम, राजभर भी तकरीबन एक लाख से कुछ अधिक हैं.
  • Lok Sabha Elections 2019 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |रविवार मार्च 31, 2019 08:48 AM IST
    लोकसभा चुनाव के मझधार में सभी राजनीतिक दलों की नैया हिचकोले खा रही हैं. सभी दल अपनी नैया मझधार से निकालकर तट पर लाने के लिए हर तिकड़म कर रहे हैं. एक तरफ नेता जहां रैलियां और सभाओं के जरिए मतदाताओं को आकर्षित करने में जुटे हुए हैं, वहीं जीत का सहारा जातीय समीकरण भी है.
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