World | ख़बर न्यूज़ डेस्क |रविवार अक्टूबर 14, 2018 04:50 AM IST ‘‘गांधी मस्ट फॉल” समूह ने एक बयान में कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता एवं आजादी के लिए मलावी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं दिया. बयान में कहा गया कि इसलिए हमें लगता है कि मलावी के लोगों पर यह प्रतिमा थोपी जा रही है और यह एक विदेशी ताकत का काम है जो मलावी के लोगों पर अपना दबदबा और उनके मन में अपनी बेहतर छवि बनाना चाहती है. याचिकाकर्ताओं का कहना है कि गांधी नस्लवादी थे.