India | Written by: नवनीत मिश्र |शनिवार जनवरी 19, 2019 09:18 PM IST देश के दो हजार से ज्यादा आईएएस-आईपीएस(IAS & IPS) अपनी संपत्तियों का ब्यौरा(IPR) देने में डिफॉल्टर साबित हुए हैं. वर्ष 2018 का रिटर्न भरने में भी सुस्ती दिख रही है. ऐसे में 31 जनवरी के बाद ऐसे अफसरों की संख्या बढ़ सकती है.