Blogs | Dr Vijay Agrawal |सोमवार मार्च 14, 2016 12:59 PM IST जब बारी आई नौकरशाहों की टीम बनाने की, तो वहां पीएम ने कोई समझौता नहीं किया, भले ही इसके लिए अध्यादेश लाना पड़ा हो। प्रधानमंत्री के चयन के तौर-तरीकों पर बहस की जा सकती है, लेकिन उनकी योग्यताओं पर बहस की गुंजाइश नहीं, जिन्हें वह अपनी निकट की टीम में लेकर आए।