World | Reported by: भाषा |मंगलवार सितम्बर 20, 2022 09:12 AM IST भारत का मानना है कि वैश्विक एजेंडे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की वास्तविक आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए और मौजूदा समय में ये जरूरतें ऊर्जा सुरक्षा को लेकर चिंताएं, खाद्य सुरक्षा चिंताएं, उर्वरक एवं स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं, कर्ज को लेकर चिंताएं और व्यापार में बाधा संबंधी चिंताएं हैं.