India | Edited by: आनंद नायक |शुक्रवार नवम्बर 12, 2021 07:12 PM IST पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा, ''गंगा मंत्रालय ने 2018 में एकनोटिफिकेशन जारी किया था कि नदी की धारा किसी भी प्रोजेक्ट में खंडित नही होनी चाहिए तथा हमने उसको नाम दिया था Ecological flow ( पर्यावरणीय प्रवाह).'' वे लिखती हैं, ''आज अभी दोपहर को मैंने श्रीनगर में ही लगे हुए पावर प्रोजेक्ट के द्वारा इसका बेशर्म एवं निर्दय उल्लंघन देखा. कई किलोमीटर का एक ऐसा हिस्सा दिखाई दिया जहां जल था ही नहीं.''