'Family debt'

- 5 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: भाषा |शनिवार सितम्बर 11, 2021 07:35 AM IST
    एनएसओ ने जनवरी-दिसंबर 2019 के दौरान देश के ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार की भूमि और पशुधन के अलावा कृषि परिवारों की स्थिति का आकलन किया. सर्वे के अनुसार कृषि वर्ष 2018-19 (जुलाई-जून) के दौरान प्रति कृषि परिवार की औसत मासिक आय 10,218 रुपये थी.
  • Cities | Reported by: नेहाल किदवई, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार अप्रैल 11, 2019 03:27 AM IST
    बेंगलुरु के एक स्लम में रहने वाला परिवार एक अलग तरह की समस्या से जूझ रहा है. विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा की एक रात की मेजबानी उसे महंगी पड़ गई. इंद्राणी नाम की महिला के इस परिवार को येदियुरप्पा ने रात गुजारकर लोकप्रिय बना दिया, लेकिन इसके साथ यह परिवार कर्ज के बोझ से दब गया.
  • Jharkhand | ख़बर न्यूज़ डेस्क |रविवार जुलाई 15, 2018 09:52 AM IST
    झारखंड के हजारीबाग जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर आई है. शनिवार की रात एक परिवार के 6 सदस्यों के मारे जाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि यह परिवार कर्ज के बोझ से दबा था और परेशान था. दरअसल, हज़ारीबाग के सदर थानाक्षेत्र के खजांची तालाब के पास स्थित अपार्टमेंट में एक ही परिवार के 6 लोग की मौत से कोहराम मच गया. हालांकि, यह हत्या है या आत्महत्या अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है और न ही इसके कारणों का पता चल पाया है. 
  • World | Reported by: एसोसिएटेड प्रेस, Translated by: विवेक रस्तोगी |शुक्रवार दिसम्बर 23, 2016 05:35 PM IST
    वैसे, दक्षिणी पाकिस्तान में ऐसी बहुत-सी कहानियां सुनने को मिलना कतई आम बात है... छोटे-छोटे कर्ज़ बिल्कुल नामुमकिन रकमों में तब्दील हो जाते हैं, और चुकाई गई रकम कभी घटती ही नहीं... इस दुनिया में अमेरी और उसकी बेटी जैसी महिलाएं संपत्ति समझी जाती है, जिन्हें कभी कर्ज़ के भुगतान के रूप में ले लिया जाता है, तो कभी झगड़े निपटाने की खातिर... कभी उन्हें बदला लेने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, तो कभी ज़मींदार द्वारा मज़दूर को दी गई सज़ा के तौर पर... कभी-कभी तो मां-बाप खुद ही 'कभी खत्म न होने वाले' कर्ज़ के खात्मे के लिए अपनी बेटी दे देने की पेशकश कर बैठते हैं...
  • Zara Hatke | शुक्रवार मई 1, 2015 09:48 PM IST
    अगर आपके पास बहुत सारे क्रेडिट कार्ड हैं और बिल जमा करना शेष है, तो आप में अवसाद का खतरा बढ़ सकता है। यह जानकारी एक नए अध्ययन से सामने आई है। अध्ययन में कहा गया है कि घर से जुड़े लघु अवधि के कर्ज अवसाद के लक्षण को बढ़ाते हैं।
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