Reviews | Reported by: इकबाल परवेज़ |शुक्रवार मई 24, 2019 07:04 PM IST जिसमे दिखाया गया है की बचपन में मोदी चाय बेचते थे. तिरंगे और आर्मी को जहां देखते वहीं सल्यूट करते थे. बड़े हुए तो घर संसार त्याग कर सन्यासी बन गए और पहाड़ों के बीच धार्मिक गुरु ने उन्हें कहा कि उन्हें देश और लोगों कि सेवा करनी चाहिए और वापस आकर उन्होने संघ का प्रचार शुरू किया और धीरे धीरे प्रधानमंत्री बनने तक का सफर तय किया.