India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार दिसम्बर 26, 2018 11:44 AM IST बिहार की सियासत वैसे तो हर कदम अपने रंग बदलती है, मगर साल 2018 अन्य सालों की अपेक्षा थोड़ा अलग रहा. यहां की सियासत में न सिर्फ राजनीतिक छौंक दिखा, बल्कि पारिवारिक कलह भी खुलकर सामने आई. दरअसल, बिहार में साल 2018 राजनीतिक उठाक-पटक के रूप में याद किया जाएगा. 2018 के शुरुआत से ही जो नए सियासी समीकरण बनने-बिगड़ने का खेल शुरू हुआ, वह साल के अंत तक जारी रहा, जिसकी वजब से कई पुराने सियासी दोस्त दुश्मन बन गए, जबकि कई सियासी दुश्मन गलबहिया करते नजर आ आए. ऐसे में गुजरे वर्ष के सियासी समीकरणों ने देश में भी सुर्खियां बनीं. यह साल न केवल सियासी समीकरणों के उलटफेर के लिए याद किया जाएगा, बल्कि इस एक साल में राजनीतिक दोस्ती के परिवारिक संबंध बनने और उसके टूटने की कवायद के रूप में भी याद किया जाएगा.