India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार दिसम्बर 3, 2018 11:51 AM IST रावत ने कहा, 'नोटबंदी के बाद यह सोचा गया था कि चुनाव के दौरान कालेधन का इस्तेमाल कम होगा. लेकिन जब्ती से ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा. पुराने चुनाव की तुलना में उन्हीं राज्यों में ज्यादा कालाधन जब्त हुआ है.' इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'इससे यह साफ पता लगता है कि राजनीतिक दलों और उनके फाइनेंसरों के पास धन की कोई कमी नहीं है. इस तरह धन का इस्तेमाल काला धन ही होता है. चुनाव में काला धन इस्तेमाल होता है, इसकी कोई जांच नहीं होती.'